आज के जीवन में कमर दर्द की समस्या एक आम और तकलीफदेह समस्या बन चुकी है।आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ शुरू होने वाली कमर दर्द की शिकायत अब 20-40 वर्ष के उम्र में ही लोगों को होने लगी है।
चिकित्सकों के अनुसार पीठ का दर्द, पीठ की मांसपेशियों, डिस्क (Disk) और लिगामेंट्स (Ligaments) से जुड़ी 26 हड्डियों में से किसी पर भी असर डाल सकता है।कमर का दर्द व्यक्ति की कार्यक्षमता को कई गुना तक घटा देता है।
आज की जीवन शैली के कारण अधिकतर लोग इसके शिकार हो चुके हैं। कमर दर्द होने के कई कारण हैं, जैसे :
- आज के तकनीकी युग में प्रायः सभी लोग आधुनिक उपकरणों जैसे मोबाइल (Mobile), लैपटॉप (Laptop), कंप्यूटर (Computer), आदि का प्रयोग करते हैं, कहीं-न-कहीं यह उपकरण उनके जीवन का अंग बन चुके हैं। लेकिन इनका उपयोग करते समय कोई भी स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों पर ध्यान नहीं देता, और उनके बैठने की मुद्रा भी सही नहीं होती, फलतः बाद में कमर दर्द के रूप में इसका नतीजा भुगतना पड़ता है।
- आज के फैशन ने युवा वर्ग को अत्यधिक प्रभावित किया है।आज तो तंग (Tight) कपड़ों का जमाना है, तंग शर्ट (Shirt), तंग जींस (Jeans), ऊँची एड़ी के जूते या चप्पल(High Heel Shoes) आदि।लेकिन इस तरह के पहनावे के कारण हमारी मांसपेशियों में रक्त के संचार में बाधा उत्पन्न होती है जिससे कमर दर्द सहित अन्य परेशानियाँ सामने आती हैं।
- गाड़ी चलाते समय अगर सीट और स्टीयरिंग के बीच सही दूरी न हो तो इसके कारण भी कमर में दर्द हो सकता है।
- मोटापे के कारण भी कमर में दर्द हो सकता है।बाहर का अस्वास्थ्यकर खाद्य खाने या पीने से, कैफीन युक्त खाद्य का सेवन करने से, धूम्रपान और मद्यपान करने से वजन बढ़ता है, जिससे कमर दर्द की समस्या हो सकती है।
- अपनी पीठ पर अधिक बोझ लेने से या भारी सामान उठाने से पीठ और कमर दर्द की समस्या हो सकती है।
- किसी प्रकार का चोट लगने के कारण या रीढ़ की हड्डी खिसकने के कारण भी कमर में दर्द हो सकता है।
- बहुत अधिक मानसिक तनाव, दबाव, चिंता और थकावट के कारण पीठ की पेशियों में तनाव पैदा हो जाता है जो पीठ और कमर दर्द का कारण बनता है।
कमर दर्द के लिए घरेलू नुस्खें
योगाया व्यायाम
कमर के दर्द से निजात पाने के लिए योगा या व्यायाम सबसे अच्छा उपाय है।किसी विशेषज्ञ से कमर दर्द के लिए व्यायाम सीखकर उसे रोजाना करने से एक महीने में ही दर्द में फर्क पड़ेगा। मकरासन, भुजंगासन, हलासन, अर्ध मत्स्येन्द्रासन जैसे योगासन कमर दर्द के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं।पर ध्यान रहें कि ये सभी योगासन किसी विशेषज्ञ के निरीक्षण में सीखकर ही करें।
लैवेंडर का तेल (Lavender oil)
लैवेंडर का तेल मांसपेशियों के दर्द को कम करता है।हांगकांग विश्वविद्यालयके शोधकर्ताओं ने पाया कि कमर दर्द के लिए लैवेंडर का तेल एक प्राकृतिक उपचार है। यह तेल पुराने और तेज पीठ दर्द को ठीक करने में सहायक है। हर रात सोने से पहले इस तेल से मसाज कर सकते हैं।
बेहतर हो कि कोई दूसरा ये मसाज करें, इससे आराम मिलेगा और इस प्रक्रिया को निरंतर करने से एक ही महीने में कमर के दर्द में फर्क पड़ेगा।इसके अलावा एक टब हल्के गर्म पानी में लैवेंडर के तेल की कुछ बूंदें मिलाकर खुद उसी पानी में आधे घंटे के लिए बैठ जायें या लेट जायें। रोजाना दिन में एक बार इस प्रक्रिया को करने से भी कमर का दर्द कम हो जायेगा।
इसके अतिरिक्त दो चम्मच जैतून के तेल में कुछ बूंदे लैवेंडर का तेल मिलाकर उसे हल्का गर्म कर लें और उसी से कमर पर दिन में दो बार मालिश करने से दर्द कम हो जाता है।
अदरक
अदरक में कमर के दर्द से राहत दिलाने की क्षमता है।
थोड़ी-सी मात्रा में अदरक पीसकर उसका लेप तैयार कर लें, फिर उसमें थोड़ी-सी मात्रा में नीलगिरी का तेल (Eucalyptus Oil) मिलाकर उसे प्रभावित क्षेत्रों पर लगाने से कमर के दर्द से राहत मिलेगी।इसके अलावा आप अदरक की चाय भी पी सकते हैं।
थोड़ी-सी मात्रा में अदरक को बारीक काटकर उसे एक कप पानी के साथ 10-15 मिनट तक उबाले।थोड़ा ठंडा करके उसे छान लें।
फिर उसमें एक चम्मच शहद डालकर दिन में दो-तीन बार पीने से कमर दर्द से राहत मिलती है।
तुलसी के पत्ते
तुलसी मांसपेशियों के दर्द को ठीक करने में मदद करता है। 8 से 10 साफ और ताजे तुलसी के पत्तों को एक कप पानी में तब तक उबालें जब तक की पानी घटकर आधा न हो जाये।
फिर उस पानी को थोड़ा ठंडा करके उसमें एक चुटकी नमक डालकर उसका सेवन करें। हल्के दर्द के लिए इस पेय को दिन में एक बार पीयें और तेज दर्द के लिए दिन में दो बार पीयें।इससे कमर के दर्द में फर्क पड़ेगा।
खसखस
खसखस कमर के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। सौ ग्राम खसखस और सौ ग्राम मिश्री को एक साथ पीसकर एक डब्बे में रख लें।रोजाना दिन में दो बार एक गिलास हल्के गर्म दूध के साथ दो चम्मच इस मिश्रण को लेने से कमर और पीठ दर्द की समस्या दूर हो जायेगी।
लहसुन
लहसुन भी मांसपेशियों के दर्द को दूर करने में मददगार है। रोजाना नियमित रूप से सुबह खाली पेट दो लहसुन की कलियाँ खाने से हर किस्म का दर्द ठीक जाता है।इसके अलावा आप एक कटोरी में नारियल का तेल या सरसों का तेल अथवा तिल का तेल गर्म करके उसमें आठ से दस लहसुन की कलियाँ डालकर धीमी आँच पर तब तक पकायें जब तक कि लहसुन भूरे न हो जायें।ठंडा होने पर उस तेल को छान लें और उसी तेल से प्रभावित क्षेत्रों पर मालिश करवाएं।ऐसा निरंतर करने से कमर दर्द से राहत मिलेगी।
गेंहू
गेंहू दर्दनाशक औषधि है, यह मांसपेशियों के दर्द को कम करता है। रातभर एक मुट्ठी गेंहू पानी में भीगोकर रखें।सुबह उसे खसखस घास और धनिया के साथ पीस लें।फिर उस मिश्रण को एक कप दूध में मिलाकर तब तक उबालें जब तक कि दूध गाढ़ी न हो जायें। रोजाना दिन में दो बार इस मिश्रण को पीने से कमर दर्द से राहत मिलेगी।
गर्म सेंक
गर्म सेंक देने से भी मांसपेशियों की नसों को काफी आराम मिलता है। गर्म सेंक के लिए आप हॉट पैड (Hot pad), हॉट वाटर बैग (Hot water bag) या नमक की पोटली का भी प्रयोग कर सकते हैं।नमक की पोटली को गर्म तवे पर रखकर गर्म करके उससे सेंक दे सकते है।ठंडा होने पर दुबारा पोटली को गर्म कर लें।पांच से दस मिनट तक सेंक देने से आपको राहत महसूस होगी।
हल्दी
हल्दी में दर्द को कम करने का गुण है।एक कप दूध में एक चम्मच हल्दी का पाउडर मिलाकर उसे धीमी आँच पर गर्म होने दें और फिर उसी दूध का सेवन करें।हल्दी आपके मांसपेशियों को मजबूत करके अंदरूनी दर्द को कम करता है।वैकल्पिक तौर पर बराबर मात्रा में पीसी हुई हल्दी को नींबू के रस और नमक के साथ मिलाकर एक लेप तैयार करें।
फिर उस लेप को अच्छी तरह से प्रभावित क्षेत्रों पर लगायें। आधे घंटे बाद हल्के गर्म पानी से धो लें। इस लेप का प्रयोग रोजाना दिन में दो बार करें और तब तक करें जब तक आपका दर्द चला नहीं जाता।
उपर्युक्त घरेलू नुस्खों का प्रयोग करके आपको कमर के दर्द से राहत मिलेगी। उपर्युक्त सभी नुस्खें आपके स्वास्थ्य के लिए उपयोगी है।लेकिन यदि इन नुस्खों को अपनाकर भी दर्द में कोई फर्क न पड़े तो आप किसी अच्छे हड्डी के डॉक्टर की सलाह लें और उपयुक्त जाँच करवाएं।
लेकिन साथ ही छोटी-छोटी बातों का ध्यान जरुर रखें, जैसे :
- अपने बैठने का तरीका सही करें।ऑफिस हो या घर, यहां तक कि गाड़ी चलाते समय भी आपके बैठने की मुद्रा सही होनी चाहिए, अन्यथा आपके कमर में दर्द हो सकता है।कोशिश करें कि आपकी पीठ हमेशा सीधी रहेंऔर अपने कमर पर ज्यादा प्रभाव न डालें।
- एक अच्छी दिनचर्या आपके लिए चीजे आसान कर सकती है, इसलिए अपनी दिनचर्या में शारीरिक व्यायाम, सही भोजन और पर्याप्त मात्रा में पानी को शामिल करें। उपयुक्त भोजन में हरी सब्जियाँ, मछली, दाल आदि खाद्य के साथ विटामिन सी (Vitamin C), विटामिन बी (Vitamin B), कैल्शियम (Calcium) और फॉस्फोरस (Phosphorus) से भरपूर आहार का सेवन करें।
- ज्यादा झुककर काम न करें।पढ़ते समय, लैपटॉप पर काम करते समय या मोबाइल का प्रयोग करते समय अपनी पीठ, गर्दन और कंधे पर ज्यादा प्रभाव न डालें।
- धूम्रपान और मद्यपान से परहेज करें।तंबाकू में निकोटिन होता है जिससे कमर और पीठ दर्द की समस्या बढ़ती हैं और मद्यपान करने से आपका वजन बढ़ता है और साथ ही इसके कारण आपका दर्द जल्दी ठीक नहींहोता।
- एक ही मुद्रा में लगातार ज्यादा समय तक न बैठे, बीच-बीच में स्ट्रेचिंग (Stretching) करते रहें और अपने बैठने की मुद्रा भी बदलते रहें।ज्यादा देर तक कुर्सी पर एक ही मुद्रा में बैठना कमर के लिए सही नहीं होता।ळएक-आध घंटे के अन्तराल में थोड़ी देर के लिए टहल लेना चाहिए।
- यदि आपके कमर पर कोई चोट लगी हो या बहुत ज्यादा दर्द हो, तो ऐसे में पहले दर्द कम करके फिर व्यायाम करें।
- कुछ मामलों में देखा गया है कि अत्यधिक तनाव के कारण कमर में दर्द हो सकता है।अतः मानसिक तनाव और चिंता से दूर रहें।
- यदि कमर में दर्द हो, तो ज्यादा से ज्यादा आराम करें और भारी वजन बिल्कुल न उठाये।
- नहाने के पानी को हल्का गर्म कर लें।ठन्डे पानी से कमर का दर्द बढ़ सकता है।
- कमर दर्द होने पर नर्म गद्देदार बिस्तर या कुर्सी पर बिल्कुल न बैठे, इससे दर्द बढ़ सकता है।