आजकल की इस व्यस्त दिनचर्या, काम का बढ़ता बोझ और इससे होने वाले तनाव के कारण लोगों के दिलों की सेहत पर काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
दिल से जुड़े रोगों के अलावा लगभग 25% हार्ट अटैक के मामले सिर्फ 40 साल या इससे कम उम्र के लोगों में देखने को मिल रहे हैं। लेकिन अगर समय पर सावधानी बरती जाए तो हालत गंभीर होने से बचा जा सकता है।
तो आईये आज हम आपको बताते हैं की दिल का दौरा या हार्ट अटैक आने पर क्या करें और क्या ना करें।
बरतें ये सावधानियां
- दिल का दौरा या हार्ट अटैक आने पर सबसे पहले मरीज को आरामदायक मुद्रा में बिठा दें या फिर लिटा दें।
- अगर मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो मुंह से सांस देने की कोशिश करें।
- इसके अलावा मरीज की छाती को अपनी हथेली से धीरे-धीरे दबायें।
- अगर आप अकेले हैं तो मरीज को 325 एमजी की एस्प्रिन दे सकते हैं।
- मरीज को बिना किसी देरी के हॉस्पिटल ले जाने की व्यवस्था करें।
- सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, या बेचैनी आदि होने पर सामान्य फिजीसियन के पास जाने की बजाय हमेशा किसी अच्छे ह्रदय रोग विशेषज्ञ के पास जायें।
- धूम्रपान की आदत रक्तचाप यानी कि ब्लड प्रेशर और डायबिटीज हमारे दिल को धीरे-धीरे कमजोर करते रहते हैं। इसलिए कभी भी धूम्रपान और अल्कोहल के बुरे प्रभाव को नजरअंदाज ना करें और जितना जल्दी हो सके इसे बिल्कुल बंद कर दें।
- अगर आपके परिवार में पहले से कोई ह्रदय रोग का शिकार है तो आपको खुद की और अपने बच्चों की दिल की सेहत का ध्यान रखने की काफी जरुरत है। क्यूंकि अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो ये आपको भी अपनी चपेट में ले सकता है।
- अपने वजन को नियंत्रित रखें और जितना हो सके इसे सामान्य स्तर तक ही रखने का प्रयास करें।
- तनाव दिल का सबसे बड़ा दुश्मन है। इसलिए जितना हो सके तनाव कम लें और हमेशा खुश रहने का प्रयास करें।
- आयरन की कमी होने से भी ह्रदय रोग का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसलिए आयरन की कमी को पूरा करने के लिए जितना हो सके अपने आहार में बीन्स, हरी सब्जियां और सूखे मेवे आदि का सेवन करें।
अपनाएं ये टिप्स-
नियमित व्यायाम करें-
ह्रदय रोगी होने पर आपको सदैव सक्रिय रहना चाहिए और नियमित व्यायाम करना चाहिए। सुबह मोर्निंग वाक पर जायें और प्रतिदिन योग, कार्डियो या व्यायाम करें। इससे आप रोगों से दूर रहेंगे और साथ ही आपका वजन भी नियंत्रित रहेगा।
संतुलित खान-पान अपनाएं-
ह्रदय रोगी को जितना हो सके घर का बना संतुलित भोजन ही करना चाहिए। अधिक वसा युक्त पदार्थ, फास्ट-फूड्स और ज्यादा चिकनाई युक्त चीजें खाने से परहेज करें। साथ ही ज्यादा नमक, चीनी और मैदे के सेवन से बचें।
स्वस्थ्य जीवनशैली अपनाएं-
दिल के रोगी को धूम्रपान से दूरी रखनी चाहिए। ऐसे में अल्कोहल का सेवन भी बंद कर दें। खुश रहें और तनाव से दूरी बनाकर रखें।
नियमित जांच कराएं-
दिल के रोगी को अपनी नियमित जांच करनी चाहिए। खासकर यदि आपके परिवार में पहले से ही अगर कोई ह्रदय रोगी रहा है तो आपको साल में एक बार जरूर अपनी पूरी जांच करवानी चाहिए।