आपको बता दे पीलिया रोग हर किसी उम्र में हो सकता है इस रोग में लोगो के शरीर का रक्त लाल से पीला पड़ जाता है इस रोग के हो जाने के कारण पहले तो लोगो में इसके कम लक्षण दिखाई देते है पर समय के बीतने के साथ यह लक्षण काफी हद तक बढ़ जाते है। इसके कारन लोगो का पाचन तंत्र नस्ट होने क्क खतरा रहता है है पीलिया रोग में लिवर का डैमेज होने का खतरा रहता है।
इस रोग लाल रक्त कणिकाओं का नस्ट होने का खतरा अधिक बना रहता है। आज हम इस पोस्ट में पीलिया रोग के कारण , लक्षण, परहेज,रोकथाम , और आहार के बारे में बताएँगे।
पीलिया रोग के कारण(cause of jaundice)-
पीलिया रोग बहुत ही खतरनाक बीमारी होती है इसमें लिवर ख़राब अधिक हो जाता है इस रोग के कारण रक्त में बिलोरीबिन की मात्रा २.५ से अधिक हो जाती है जिसके कारण गंदगी साफ़ करने की प्रक्रिया कम हो जाती है जिसके कारण हमारा लिवर कमजोर हो जाता है आपको बता दे प्री हिपोटिक पीलिया का कारण रक्त में बिलोरीबिन की मात्रा अधिक होने की वजह से होती है जैसे मलेरिया और भी अन्य रोग होते है पीलिया होने का कारणआनुवंशिक लक्षण भी हो सकता है।
पीलिया होने का कारण लिवर में ऐसे पदार्थो का सेवन होते जो आदिक विश्ले और जिनकी तासीर गर्म होती है।
पीलिया रोग के लक्षण(Symptoms of jaundice)-
पीलिया रोग के लक्षण में व्यक्ति का शरीर अधिक पीला पड़ने लग जाता है इसमें लाल रुधिर कोशिकाओं का रंग सफ़ेद होना चालू हो जाता है इसमें हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है इसमें व्यक्ति के नाखून आखे दांत और दस्त पीले हो जाते है ,
- आखो का पीलापन
- नाखून का पीला होना
- सफ़ेद मॉल
- पेशाव पीला हो जाना
- सफ़ेद मॉल मोटर
- कमजोरी
- कम भूख लगना
- बिलुरुबिन की मात्रा ज्यादा
- यूरोबिलिन की मात्रा अधिक हो जाना
- पेट दर्द और सर दर्द
- हलके रंग का मल
- पेट में खुजली
- बुखार
- शरीर का तापमान अधीन हो जाना
- ग्लूकोस की मात्रा कम जो जाती है
पीलिया रोग से बचने के उपाय(Remedies to avoid jaundice)-
आपको बता दे पीलिया रोग सबसे पहले हमारे लिवर पर अटेक बोलता है इसमें हमारा लिवर कमजोर हो जाता है इस बिमारी में दवाइयाँ महत्पूर्ण रहती है पर हम उसी के साथ अगर अपनी खान-पान और अपनी दैनिक जीवन और दिनचर्या में परिवर्तन करे तो हम इस बिमारी से निजात पा सकते है , इस बिमारी में दवाइयों के साथ परहेज भी बहुत महत्पूर्ण होती है। कुछ उपाय बताने जा रहे है जिनकी मदद से हम आपको पीलिया से बचने के उपाय बताने जा रहे है , नीचे कुछ महत्पूर्ण उपाय है
पीलिया रोग में हमको ऐसी चीज़ो का सेवन करने चाहिए जो हमारे लिवर द्वारा आसानी से पच जाये , हमे ज्यादा से ज्यादा ह्री सब्जियों का सेवन करना चाहिए उनमे हमको उन सब्जी को का सेवन करना चाहिए जिनमे कड़वाहट अधिक मात्रा में उपलब्ध हो जोकि हमारे लिवर को तंरुस्ती प्रदान करे
पीलिया रोग में योग बहुत ज्यादा महत्पूर्ण होता है अआप अपने शरीर को योग की आदत डेल जिसकी मदद से आपके पीलीया रोग में आराम मिले
अगर दिन में खाना खाये तो दिन में ४-५ डाइट धीरे ले जिससे आपके लिवर को अधिक वजन नहीं उठाना पड़े
पीलिया रोग में टमाटर नीबू और गन्ने का जोश जितना हो सके उतना पिए
गहु किसमिश बादाम और इलायची आदि का सेवन करे
पीलिया रोग में परहेज (Avoiding jaundice)-
पीलिया रोग ऐसा रोग होता है जिसमे हमको सबसे अधिक पहेज की जरूरत होती है पीलिया रोग में अधिक से अधिक परहेज की जरूरत होती है पीलिया रोग में अगर परहेज नहीं किया तो समझो की उसकी मृत्यु जल्दी आती है , आपको बता दे पीलिया रोग तेल युक्त पदार्थ , तले हुए पदार्थ, और नमकीन युक्त पदार्थो का सव्वं नहीं करना चाहिए , पीलिया रोग में शराब धूम्रपान और मीठ आदि से परहेज करना पड़ेगा
आपको बता दे अगर आपको पीलिया है तो आपको ये सभी उपाय तभी काम करेंगे जब आप नियमित 20 से 25 दिन इनके ऊपर पालन करे , अगर आपको पीलिया अधिक है तो आप अपने डॉक्टर के अनुसार अधिक से अधिक सलाह ले