आजकल की बदलती लाइफस्टाइल और काम के दबाव के कारण कई लोगों को बबासीर यानि कि पाइल्स की समस्या हो जाती है। देखने और सुनने में ये भले ही आसान लगे लेकिन पाइल्स होने पर कई दिक्कतों को सामना करना पड़ता है और सबसे ज्यादा मुश्किल तो बैठने का काम लगता है।
बवासीर या पाइल्स एक खतरनाक बीमारी है। बवासीर 2 प्रकार की होती है। आम भाषा में इसको खूनी और बादी बवासीर के नाम से जाना जाता है।
पाइल्स आमतौर पर पेट की खराबी, कब्ज या ज्यादा देर एक ही जगह बैठे रहने की वजह से होती है। वैसे तो ये पुरुषों और महिलाओं दोनों में होती है लेकिन ज्यादातर ये महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में होती है।
जानें क्या है बबासीर या पाइल्स-
बवासीर या पाइल्स एक खतरनाक बीमारी है। बवासीर 2 प्रकार की होती है। आम भाषा में इसको खूनी और बादी बवासीर के नाम से जाना जाता है। बवासीर या पाइल्स ये एक ऐसी बीमारी है जिसमें गुदा के अंदर और बाहरी हिस्से में सूजन आ जाती है।
जिसकी वजह से गुदा के अंदरूनी हिस्से में या बाहर के हिस्से में कुछ मस्से जैसे बन जाते हैं, जिनमें से कई बार खून निकलता है और दर्द भी होता है।
जानें बबासीर के कारणों के बारे में-

लम्बे समय से कब्ज होना-
अगर आपको लम्बे समय से कब्ज, गैस और एसिडिटी की समस्या है तो ये बबासीर या पाइल्स का कारण बन सकती है। क्योंकि कब्ज होने पर माल त्याग करते समय ज्यादा जोर लगाना पड़ता है। जिसके कारण गुदा के अंदर और आसपास की नसों पर काफी दबाब पड़ता है जो बबासीर का कारण बनता है।
लगातार एक ही जगह बैठे रहना-
ज्यादातर लोग काम की वजह से लगातार एक ही जगह बैठे रहते हैं जिसके कारण भी गुदा के अंदर और आसपास की नसों पर दबाब पड़ता है और बबासीर की समस्या होने लगती है। इसके अलावा कम चलना और कोई फिजिकल एक्टिविटी ना करना भी बबासीर के कारणों में से एक है।
गर्भावस्था के कारण-
गर्भावस्था के दौरान बबासीर या पाइल्स होना एक आम बात है। गर्भावस्था के दौरान पेट में पल रहे बच्चे से होने वाले दबाब और शरीर में होने वाले हॉर्मोन्स में बदलाव के कारण रक्त कोशिकाओं पर दबाब पड़ता है। जो बबासीर का कारण बनता है।
गलत खानपान के कारण-
कई बार ज्यादा मसालेदार और तैलीय खाना खाने, ज्यादा फास्ट-फूड्स और ड्रिंक्स के प्रयोग, पानी कम पीने और अपनी डाइट में फाइबर्स कम मात्रा में प्रयोग करने से भी पाइल्स या बबासीर की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसके अलावा कई बार ज्यादा ठंडा पानी पीने से भी बबासीर की समस्या हो जाती है।
बढ़ती उम्र के कारण-
उम्र बढ़ने के साथ-साथ गुदा का अंदरूनी भाग कमजोर पड़ता जाता है जिसके कारण बबासीर की समस्या हो सकती है। ज्यादातर ये समस्या 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में होती है।
ज्यादा भारी वजन उठाने के कारण-
ज्यादा भारी वजन उठाते समय या इससे एक्सरसाइज करते समय हमें अपनी सांसों को रोकना पड़ता है जिससे गुदा पर दबाब पड़ता है और इसकी नसें कमजोर हो जाती हैं। यही बबासीर का कारण बनता है।
अनुवांशिकता या जीन्स के कारण-
कई व्यक्तियों में बबासीर की समस्या अनुवांशिकता की वजह से भी होती है। जैसे अगर आपके घर में मम्मी या पापा को अगर बबासीर की प्रॉब्लम है तो ये आपको भी हो सकती है।
अधिक मोटापे के कारण-
जिन लोगों का वजन सामान्य से ज्यादा होता है या पेट काफी निकला होता है उन लोगों को भी पेट में बढ़ते दबाव के कारण बबासीर की समस्या हो जाती है।
धूम्रपान और अल्कोहल के अधिक सेवन के कारण-
कई लोगों को धूम्रपान और अल्कोहल का अधिक मात्रा में सेवन करने के कारण भी बबासीर की समस्या हो जाती है।
गुदा मैथुन करने के कारण-
अप्राकृतिक तरह से सेक्स यानी कि गुदा मैथुन करने से पड़ने वाले दबाब के कारण भी बबासीर या पाइल्स की शिकायत हो जाती है।