गर्भावस्था में सबसे पहले तो ये सुनिश्चित करें कि आप उन महत्वपूर्ण तथ्यों को जानती हैं कि आपको गर्भावस्था के दौरान किन पदार्थों को ग्रहण करना चाहिए और किन खाद्य पदार्थों से बचना या सावधानी बरतनी चाहिए।
असल में हमें इस दौरान बैक्टीरिया से युक्त खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। वर्ना ये बैक्टीरिया संक्रमण का कारण बन सकते हैं और आपके नवजात शिशु में प्रसव या संक्रमण की समस्या पैदा कर सकते हैं।
वैसे तो संतुलित भोजन की हमें हर समय जरूरत होती है और ये हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान तो इसकी और भी जरूरत होती है। प्रोटीन, जरूरी पोषक तत्व, विटामिन और खनिज आपके विकासशील बच्चे के विकास के लिए बहुत ही आवश्यक हैं।
वैसे तो ज्यादातर खाद्य पदार्थ सुरक्षित होते हैं लेकिन कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी होते हैं जिनसे आपको गर्भावस्था के दौरान से बचना चाहिए। कुछ खाद्य पदार्थ ऐसे भी होते हैं जो कि आपको और आपके गर्भ में पल रहे आपके बच्चे को बीमार या नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इसीलिए गर्भावस्था के दौरान आपको कुछ खास देखभाल की और कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। तो चलिए आज हम आपको इन्हीं सावधानियों के बारे में बताने जा रहे हैं।
खूब खाएं हरी सब्जियां-
हरी सब्जियां आपके लिए सुरक्षित हैं और एक संतुलित आहार का एक बहुत ही जरूरी हिस्सा हैं। हालांकि इन्हें खाने से पहले अच्छे से धोना चाहिए वर्ना इनसे टोक्सोप्लाज्मोसिस का संभावित जोखिम हो सकता है। टोक्सोप्लाज्मोसिस उस दूषित मिट्टी के कारण होता है जिस मिट्टी में सब्जियां उगाई जाती हैं।
कैफीन के अधिक सेवन से बचें-
कई शोधों से ये बात सामने आई है कि कैफीन अधिक मात्रा में लेने से समय से पहले गर्भपात होने की समस्या होती है। इसीलिए गर्भावस्था के दौरान गर्भपात की संभावना को कम करने के लिए गर्भधारण की पहली तिमाही के दौरान अधिक कैफीन के सेवन से बचें।
एक सामान्य नियम के रूप में कैफीन गर्भावस्था के दौरान प्रति दिन 200 मिलीग्राम से कम तक सीमित होना चाहिए। कैफीन हमारे शरीर से तरल पदार्थों को खत्म करता है। जिससे हमारे शरीर में मौजूद पानी और कैल्शियम को नुकसान हो सकता है। अच्छा होगा अगर आप कैफीनयुक्त पेय पदार्थों के बजाय खूब सारा पानी, जूस और दूध का सेवन कर सकते हैं।
ज्यादा वसा युक्त भोजन ना करें-
गर्भावस्था के दौरान ज्यादा वसा युक्त भोजन करने से बचना चाहिए। अपने कुल दैनिक कैलोरी की 30% या उससे कम मात्रा में ही वसा का सेवन करें। एक दिन में 2000 कैलोरी लेने वाले व्यक्ति के लिए प्रतिदिन सिर्फ 65 ग्राम वसा के लिए पर्याप्त है।
कोलेस्ट्रॉल का सेवन भी कम करें-
गर्भावस्था के दौरान कोलेस्ट्रॉल का सेवन भी कम मात्रा में ही करना चाहिए। इसलिए प्रतिदिन 300 मिलीग्राम या उससे कम मात्रा में कोलेस्ट्रॉल का सेवन करें।
नॉनवेज खाएं लेकिन संभलकर-
अगर आप नॉनवेज खाती हैं तो आप इस दौरान भी नॉनवेज खा सकती हैं। लेकिन आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ेगा। आप नॉनवेज में कभी भी ऐसी मछली ना खाएं जिसमें पारा का स्तर उच्च हो।
गर्भावस्था के दौरान कच्ची मछली खाने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से बच्चे के विकास में देरी और मस्तिष्क क्षति से जुड़ी समस्याएं आपके बच्चे को परेशान कर सकती हैं। इसके अलावा बिना पका हुआ समुद्री भोजन और कच्चे अंडे से ना खाएं क्यूंकि इनसे निकलने वाले बैक्टीरिया से टॉक्सोप्लाज्मोसिस और साल्मोनेला से पीड़ित होने की समस्या बढ़ जाती है।
धूम्रपान और अल्कोहल से दूरी बनाएं-
गर्भावस्था के दौरान आपको सिगरेट और शराब के सेवन से बचना चाहिए। धूम्रपान और अल्कोहल की वजह से आपको समय से पहले डिलीवरी, बच्चे की बौद्धिक विकलांगता, जन्म दोष और कम वजन वाले बच्चा होना आदि परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।