भारत में साल दर साल बढ़ रहे हैं ब्रेस्ट कैंसर के मरीज जानें इसके लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में

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भारत में ब्रेस्ट कैंसर या स्तन कैंसर एक तेजी से बढ़ती हुई और बहुत ही गंभीर समस्या बनती जा रही है। हमारी इस गलत दिनचर्या और जागरूकता की कमी के चलते भारत में ब्रेस्ट कैंसर के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अुनसार भारत में हर साल लगभग 5 लाख लोग कैंसर से अकाल मौत का शिकार हो रहे हैं। जागरुकता की कमी के कारण लगभग 50 प्रतिशत मरीज डॉक्टर के पास इलाज के लिए कैंसर की अंतिम स्टेज पर जा पाते हैं। और इस स्थिति में इस बीमारी से मरीज को बचा पाना बचाना मुश्किल होता है।

हांलाकि सही जानकारी, थोड़ी सी सावधानी और समय पर इसके लक्षणों की पहचान और इलाज करके इस समस्या से आसानी से बचा जा सकता है। तो चलिये आज हम आपको बताते हैं कि ब्रेस्ट कैंसर क्या होता है और इसके लक्षण क्या हैं? जिससे आपको इस बीमारी और इसके लक्षणों के बारे में जानकारी होगी और लक्षण नजर आते ही इसका इलाज शुरू कराकर इससे बचना संभव हो सकेगा।

जानें क्या है ब्रेस्ट कैंसर

ब्रेस्ट कैंसर या स्तन कैंसर स्तन के ऊतकों से विकसित होता है। इसकी सबसे पहली निशानी होती है कि इससे स्तन और निप्पल में गांठ महसूस होती है और कुछ इनसे कुछ अजीब सा पदार्थ बाहर निकलता है।

बाकी सभी कैंसर की तरह ही ये कैंसर भी शरीर के खराब टिश्यू की वजह से होता है जो कि शरीर के कोशिकाओं के बहुत ज़्यादा बढ़ जाने की वजह से होता है। ये कैंसर शरीर के दूसरे हिस्सों तक भी पहुंच सकता है और अलग-अलग अंगों में कैंसर पैदा कर सकता है।

जानें क्या हैं ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण

ब्रेस्ट कैंसर की पहचान महिलाएं स्वयं स्तन परीक्षण करके भी कर सकती हैं। स्तन कैंसर की पहचान के लिए मैमोग्राफी सबसे महत्वपूर्ण जांच है जिसमें स्तन का एक्स-रे किया जाता है।

इसके मुख्य लक्षणों के बारे में नीचे दिया गया है। इनमें से अगर कोई भी लक्षण आपको महसूस हो तो तुरन्त डॉक्टर से सलाह लें।

  • ब्रेस्ट में या ब्रेस्ट के आसपास सूजन होना
  • ब्रेस्ट में दर्द होना और गांठ का उभारना
  • ब्रेस्ट के आकार में परिवर्तन आना
  • ब्रेस्ट का असामान्य तरीके से बढ़ना
  • निप्पल में दर्द या निप्पल का मोटा होना
  • निप्पल का लाल पड़ना या इनसे खून आना
  • निप्पल में से किसी तरल पदार्थ का निकलना

अपनाएं ये तरीके और ब्रेस्ट कैंसर से अपने आपको बचाएं

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ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए जरूरी है की आप एक स्वस्थ्य जीवन शैली अपनाएं। बढ़ती उम्र, मोटापा, मासिक धर्म का उम्र के साथ जल्दी आना और देर तक रहना, पहला बच्चा 30 की उम्र के बाद होना, स्तनपान कम या नहीं करवाना और अनुवांशिकता ब्रेस्ट कैंसर की संभावना को बढ़ाता है।

इसके साथ ही पिल्स का लंबे समय तक प्रयोग भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है। अतः जरूरी है कि स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं, सही उम्र में वैवाहिक जीवन की शुरुआत करें, गर्भनिरोधक गोलियों से दूर रहें, स्तनपान करवाएं, शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें और शराब से दूरी बनाकर रखें। इन सब बातों का ध्यान रखकर आप ब्रेस्ट कैंसर की संभावनाओं को काफी हद तक कम कर सकते हैं।

अपने वजन को बढ़ने ना दें

ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए अपने वजन को नियंत्रण में रखें। 30-40 साल की आयु के बाद अचानक वजन में वृद्धि के कारण ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क कई गुना बढ़ जाता है।

धूम्रपान और शराब को ना कहें

धूम्रपान और शराब का सेवन ब्रेस्ट कैंसर के प्रमुख कारकों में से एक है। प्रतिदिन किसी भी रूप में एक बार से ज्यादा धूम्रपान या अल्कोहल के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।

प्रतिदिन व्यायाम या कोई फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें

प्रतिदिन व्यायाम या कोई फिजिकल एक्टिविटी करना ब्रेस्ट कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है। इसलिए प्रत्येक सप्ताह कम-से-कम पांच दिन आधा घंटा या उससे ज्यादा वक्त तक व्यायाम करें।

अपने आहार में ओमेगा-3 जरूर शामिल करें

ब्रेस्ट कैंसर से हमें बचाने के लिए ओमेगा-3 का सेवन बहुत ही लाभदायक है। ओमेगा-3 प्रदान करने वाले खाद्य पदार्थ जैसे मछली, ऑलिव-ऑयल और अखरोट आदि का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें।

नियमित जांच कराएं

ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए साल में एक बार मेमोग्राम यानी कि कैंसर की जांच जरूर करवाएं। अगर आपको थोड़ा भी संदेह होता है या हल्की-सी भी गांठ नजर आती है तो इसको हल्के में ना लें और इसका तुरन्त इलाज कराएं।

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